महापौर! उप महापौर पद के लिए भी लॉबीइंग, क्या भाजपा में पड़ेगी फूट?
उप महापौर पद - निसं, मीरा-भाईंदरः आगामी 28 फरवरी को मीरा-भाईंदर की वर्तमान महापौर और उप महापौर का सेवाकाल समाप्त हो रहा है। इसे देखते हुए अगले महापौर-उपमहापौर को लेकर शहर में चर्चा का बाजार गर्म हो चुका है। दोनों पदों के नामांकन की तारीख 24 फरवरी है और 26 फरवरी को चुनाव होगामहापौर का कार्यकाल ढाई-ढाई वर्ष का होता है। इस बार महापौर का पद अनुसूचित-जाति के लिये आरक्षित है। इसलिए अगला महापौर अनुसूचित-जाति का होगा।
कैसे हैं राजनीतिक समीकरण
95 सदस्यीय महानगरपालिका में दो तिहाई बहुमत के साथ भाजपा के पास 61, शिवसेना के पास 22 तो कांग्रेस के पास 12 नगरसेवक हैं। सदन की कुल संख्या के आधार पर महापौर पद के लिए 48 नगरसेवकों की जरूरत है। तो अंकों के गणित के लिहाज से महापौर पद की प्रबल दावेदार भाजपा है।
इनमें कौन-कौन हो सकता है दावेदार
मनपा में अनुसूचित-जाति वर्ग से 4 नगरसेवक चुनकर सदन में आए थे, जिसमें भाजपा से 3 नगरसेवक क्रमशः रुपाली मोदी शिंदे, दौलत गजरे, ज्योत्स्ना हसनाले और शिवसेना से एकमात्र अनंत शिर्के हैं। पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता की करीबी रुपाली मोदी शिंदे महापौर पद की प्रबल दावेदार हो सकती हैं। छोड़ने के अलावा
क्या भाजपा में रहेगा सब ठीक?
भाजपा की नगरसेविका नीला सोंस ने भी महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी ठोंककर मुकाबले को रोचक बना दिया है। सवाल यह है कि क्या शिवसेना-कांग्रेस (महाआघाडी) भाजपा की अंतर्कलह का फ़ायदा उठाकर कुछ उलटफेर कर सकती हैं। गौरतलब है कि जादुई अंक 48 तक पहुंचने के लिए शिवसेना (22) और कांग्रेस (12) को उलटफेर कर भाजपा के कम से कम 14 नगरसेवकों को तोड़ना होगा।
भाजपा नगरसेवक । गोवा की सैर पर!
आगामी 22 फरवरी को भाजपा के नगरसेवक घूमने के लिए गोवा जा रहे हैं, जो कि सीधे 26 फरवरी ( चुनाव के दिन) को वापस लौटेंगे। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो भाजपा किसी तरह की फूट से बचने के लिए एहतिहात के तौर पर यह कदम उठा रही है।
कौन होगा अगला उपमहापौर?
उपमहापौर पद के लिए भी भाजपा के निष्ठावान और वरिष्ठ नगरसेवक मदन सिंह ने मेरिट के आधार पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है। नगरसेवक मुन्ना सिंह भी पद के लिए इच्छुक बताये जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष ध्रुवकिशोर पाटिल पूर्व विधायक मेहता की पहली पसंद बने हुए हैं।