कई महीनों से नहीं हो पाई रख-रखाव के लिए ठेकेदार की नियुक्ति
- मुंबई : महानगर में गार्डंस और बाग-बगीचों के पैरोकार आदित्य ठाकरे के पर्यावरण और पर्यटन मंत्री बनने के बावजद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। मुंबई में गार्डंस की स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। मुंबई में बीएमसी द्वारा संचालित गार्डंस की स्थिति काफी खराब है। एक तिहाई गार्डस के रख-रखाव और देखभाल के लिए 8 महीने पहले ठेका खत्म हो जाने के बावजूद बीएमसी अभी तक नया ठेकेदार नहीं ढूंढ पाई है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुंबई के गार्डस की हालत क्या होगी। बता दें कि बीएमसी के पास एक हजार से ज्यादा खुले मैदान हैं। इनमें से 23 गार्डस को 24 घंटे खुले रखने का आदेश है। __बीएमसी में पिछले 25 सालों से शिवसेना की सत्ता है। युवा सेना अध्यक्ष रहते हुए आदित्य ठाकरे महानगर में गार्डंस और खेल मैदानों को लेकर काफी संजीदा रहे हैं। वह हमेशा से बेहतर गार्डन के लिए बीएमसी को प्रोत्साहित करते रहे हैं। अब आदित्य राज्य के पर्यटन मंत्री हैं इसके बावजूद महानगर में गार्डस की स्थिति काफी खराब है। बीएमसी के 24 विभागों में से 21 विभागों में गार्डन और खेल मैदानों के रख रखाव के लिए ठेकेदार की नियुक्ति की जानी थी। जिसमें शहर के लिए 5.90 करोड़, पूर्वी उपनगर के लिए 13.37 करोड़ और पश्चिमी उपनगर के लिए 24.62 करोड़ रुपये यानी कुल 46.18 करोड़ रुपये खर्च किया जाना था। कछ ठेकेदार 28 प्रतिशत कम दर पर काम करने को तैयार थे, वहीं कछ अन्य ठेकेदारों ने 40 प्रतिशत कम दर पर टेंडर था। बीजेपी के साथ शिवसेना नगरसेवकों ने सवाल उठाया कि इतनी कम दर पर ठेकेदार अच्छा कार्य कैसे कर सकता है। इसलिए स्थायी समिति ने प्रस्ताव को वापस कर दिया।