डंक ऐंड ड्राइव की जांच पर आंच

कार्रवाई पर लग सकती है कुछ दिन के लिए रोक



 कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई यातायात पुलिस ने भी कमर कस ली है। यातायात पुलिस को इंक ऐंड डाइव मामले में रोजाना वाहन चालकों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। वजह, कोरोना का डर। _ लोगों का कहना है कि ड्रंक ऐंड ड्राइव की जांच में इस्तेमाल होने वाली ब्रीद एनालाइजर मशीन एक ही स्ट्रॉ से सभी की जांच होती है। इससे कोरोना वायरस फैलने की आशंका है। इसे हटा देना चाहिए या हर इंसान के लिए अलग-अलग स्ट्रॉ का इस्तेमाल करना चाहिए। मगर, पुलिस के पास पर्याप्त संख्या स्ट्रॉ नहीं होने की वजह से ऐसा करना संभव नहीं हैसूत्रों का कहना है कि कुछ दिन के लिए यातायात पुलिस ड्रंक ऐंड ड्राइव मामलों में स्ट्रॉ से जांच नहीं करेगी या फिर पूरी तरह से ब्रीद एनालाइजर मशीन के इस्तेमाल को रोक देगी। सूत्र बता रहे हैं की सुरक्षा की दृष्टि से मुंबई यातायात पुलिस यह कदम उठाने जा रही है।


_ गौरतलब है कि नाकाबंदी और ड्रंक ऐंड ड्राइव के मामले में पलिस ब्रीद एनालाइजर मशीन के स्ट्रॉ से ही वाहन चालकों के नशा सेवन की जांच करती । पुलिस लोगों से स्ट्रॉ में फूंक मारने को कहती है और सैंपल की रीडिंग से नशे का पता चल जाता है। नाम नहीं बताने के शर्त पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस लोगों में नहीं फैले. इसलिए ब्रीद एनालाइजर मशीन से जांच प्रक्रिया को रोकने का निर्णय किया गया है। इससे वाहन चालक और यातायात पुलिस, दोनों सरक्षित रहेंगे। हालांकि. यह फैसला कब अमल में लाया जाएगा. इस बारे में आधिकारिक पष्टि नहीं हई है। इससे पहले कोरोना से बचने के लिए मुंबई पुलिस ने पुलिसकर्मियों से हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते करने, उन्हें मास्क पहनने और सैनेटाइजर के इस्तेमाल करने का खास निर्देश जारी किया था। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए मुंबई पुलिस एहतियातन सभी कदम उठा रही है।